The Ultimate Guide To Shodashi
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ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौः: ॐ ह्रीं श्रीं क ए ऐ ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं सौः: ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं
वास्तव में यह साधना जीवन की एक ऐसी अनोखी साधना है, जिसे व्यक्ति को निरन्तर, बार-बार सम्पन्न करना चाहिए और इसको सम्पन्न करने के लिए वैसे तो किसी विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं है फिर भी पांच दिवस इस साधना के लिए विशेष बताये गये हैं—
काञ्चीवासमनोरम्यां काञ्चीदामविभूषिताम् ।
She is venerated by all gods, goddesses, and saints. In certain areas, she's depicted wearing a tiger’s pores click here and skin, having a serpent wrapped all-around her neck and a trident in a single of her fingers while one other holds a drum.
Shiva following the Demise of Sati experienced entered into a deep meditation. Without having his Vitality no creation was doable which triggered an imbalance within the universe. To bring him out of his deep meditation, Sati took birth as Parvati.
अष्टारे पुर-सिद्धया विलसितं रोग-प्रणाशे शुभे
पुष्पाधिवास विधि – प्राण प्रतिष्ठा विधि
लक्षं जस्वापि यस्या मनुवरमणिमासिद्धिमन्तो महान्तः
रविताक्ष्येन्दुकन्दर्पैः शङ्करानलविष्णुभिः ॥३॥
श्रीचक्रान्तर्निषण्णा गुहवरजननी दुष्टहन्त्री वरेण्या
यत्र श्रीत्रिपुर-मालिनी विजयते नित्यं निगर्भा स्तुता
वन्दे तामष्टवर्गोत्थमहासिद्ध्यादिकेश्वरीम् ॥११॥
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं तां वन्दे सिद्धमातृकाम् ॥५॥
साम्राज्ञी सा मदीया मदगजगमना दीर्घमायुस्तनोतु ॥४॥